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अम्ल - वर्षा एक अंतरराष्ट्रीय समस्या Acid rain - an international problem

           अम्ल - वर्षा एक अंतरराष्ट्रीय समस्या 

    Acid rain - an international problem

                            


 अम्ल - वर्षा - ( वायु प्रदूषण के कारण वायुमंडल में उपस्थित सल्फर तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड्स वायु में उपस्थित जलवाष्प से प्रतिक्रिया कर क्रमशः सल्फ्यूरिक अम्ल ( H , SO . ) तथा नाइट्रिक अम्ल ( HNO , ) का निर्माण करते हैं । ये अम्ल वर्षाजल के साथ मिलकर जब धरती पर गिरते हैं तब इन्हें अम्ल - वर्षा कहते हैं । )  बढ़ते हुए औद्योगिकीकरण तथा जीवाश्म ईंधनों के उपयोग के कारण अम्ल - वर्षा एक अंतरराष्ट्रीय समस्या बन गई है । अम्ल - वर्षा के कारण नदियों , तालाबों , झीलों आदि के जल की अम्लीयता बढ़ जाती है जिससे इसका जल पीने - योग्य नहीं रह पाता है । अम्लीयता में वृद्धि के कारण जल में रहनेवाली मछलियों तथा अन्य जीवों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है । 

वायु और जल अम्ल - वर्षा के कारण भूमि की अम्लीयता भी बढ़ जाती है जिससे इसकी उर्वरता कम हो जाती है । इससे कीमती पत्थरों से बनी ऐतिहासिक स्मारकों , कलाकृतियों , भवनों आदि को भी क्षति होती है 

                                                   


 अम्ल - वर्षा के कारण आगरा - स्थित विश्वप्रसिद्ध ताजमहल तथा न्यूयॉर्क - स्थित स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी अपनी प्राकृतिक चमक खो चुके हैं । इसके कारण संगमरमर से बने ताजमहल का संक्षारण हुआ है । इस परिघटना को संगमरमर का कैंसर ( marble cancer ) भी कहा जाता है । आगरा के निकट स्थित मथुरा तेल - परिशोधन संयंत्र से उत्सर्जित सूक्ष्म काजल कण ( soot particles ) जैसे निलंबित कण के कारण भी ताजमहल का रंग पीला हो गया है । ताजमहल का अम्ल - वर्षा से संक्षारण सर्वोच्च न्यायालय ने ताजमहल को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से आगरा तथा उसके आस - पास के क्षेत्रों में अवस्थित उद्योगों को संपीडित प्राकृतिक गैस ( compressed natural gas , CNG ) , द्रवित पेट्रोलियम गैस ( liquefied petroleum gas , LPG ) जैसे स्वच्छ ईंधनों के प्रयोग का आदेश दिया है । इसके अतिरिक्त ताजमहल के क्षेत्र में मोटर वाहनों में सीसारहित पेट्रोल उपयोग करने का आदेश दिया गया है । अम्ल - वर्षा का एक विचित्र दुष्परिणाम कुछ वर्ष पूर्व अमेरिका के प्रसिद्ध औद्योगिक नगर डेट्राइट में देखने को मिला , जब एक दिन वर्षा - जल से लोगों के कपड़े जल गए तथा लोगों के शरीर पर छाले पड़ गए ।

                                               

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